tag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post2402478882160751942..comments2023-10-07T07:02:13.917-07:00Comments on सुनिये - समझिये: आध्यात्मिकता एक झांसेबाजी! क्या वाकई !प्रीतीश बारहठhttp://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post-62746916396291042642010-04-10T02:31:58.547-07:002010-04-10T02:31:58.547-07:00वाह...आपके तर्कों की धार बहुत पैनी है.हम तो कायल ह...वाह...आपके तर्कों की धार बहुत पैनी है.हम तो कायल हो गये.विजयप्रकाशhttps://www.blogger.com/profile/09741753370021948904noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post-43178696614310104522009-06-30T09:23:14.761-07:002009-06-30T09:23:14.761-07:00प्रिय प्रितीश जी,
जावेद अख्तर के भाषण पर आपकी विस्...प्रिय प्रितीश जी,<br />जावेद अख्तर के भाषण पर आपकी विस्तृत प्रतिक्रिया पढी. बहुत सारी असहमतियों के बावज़ूद (हो सकता है उनके मूल में मेरे पूर्वाग्रह ही हों, और उनके लिए मैं क़तई लज्जित नहीं हूं) आपकी मेहनत और निष्ठा का अभिनन्दन करता हूं.<br />हो सकता है कभी मुलाक़ात का सुयोग भी जुट जाए.<br />दुर्गाप्रसाद अग्रवालAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post-192977913793741702009-06-16T18:16:28.542-07:002009-06-16T18:16:28.542-07:00बहुत ख़ूबसूरत और विस्तारित रूप से लिखा है आपने जो क...बहुत ख़ूबसूरत और विस्तारित रूप से लिखा है आपने जो काबिले तारीफ है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.com