tag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post990651121328958252..comments2023-10-07T07:02:13.917-07:00Comments on सुनिये - समझिये: आतंकवाद - कांधारप्रीतीश बारहठhttp://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post-38342995724627918492009-05-08T06:12:00.000-07:002009-05-08T06:12:00.000-07:00प्रीतिश जी,
पता नहीं आडवानी जी व् उनकी पार्टी के ल...प्रीतिश जी,<br />पता नहीं आडवानी जी व् उनकी पार्टी के लोग किस अपराध बोध से ग्रसित लगे की कंधार मामले में बचाव की मुद्रा में आगये जैसे उन्होंने सर्व दलीय सहमती, बंधकों के रिश्तेदारों के दबाव एवं मीडिया द्वारा बंधकों के पक्ष में बनाये गए जबरदस्त भावनात्मक दबाव में आकर बड़ा गलत निर्णय कर लिया जब की वास्तव में उस वातावरण में किसी भी दल की सरकार होने पर भी बंधकों को आतंकवादियों के हाथो मरने देने की हिम्मत नहीं थी. यह भी सही है की मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी के बदले आंतकवादी को पहले छोड़ने की परंपरा कायम की गयी थी. आडवानी जी को मजबूती से यह बात रखनी चाहिए थी तथा मीडिया जो अपने को प्रजातंत्र का चोथा स्तम्भ मानता है उसको निष्पक्षता से यह बात जनता के सामने रखनी चाहिए थी. केवल एक पक्ष द्वारा कही गयी बात को बार बार उछालने से मीडिया के कर्त्तव्य की इती श्री नहीं हो जाती. इसके साथ सभी जानते है की पंजाब में भिंडरावाला का पोषण किसने किया? श्रीलंका के प्रभाकरन को धमकाया किसने तथा अपने अहम् व् ताकत के प्रदर्शन में शांति सेना श्रीलंका में क्यों जोंकी गई एवं बिना कोई सार्थक जीत के उसे वापस बुलाने को क्यों बाध्य होना पड़ा? एवं इस प्रकार के अपरिपक्व कदम से देश को कितना नुकसान उठाना पड़ा? आपका आलेख सुन्दर है.O.L. Menariahttps://www.blogger.com/profile/13516523459623104716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post-50094580971210514732009-05-07T04:31:00.000-07:002009-05-07T04:31:00.000-07:00सच्चाई जाहिर करने के लिये साधुवाद दरअसल मीडिया दुध...सच्चाई जाहिर करने के लिये साधुवाद दरअसल मीडिया दुधारी तलवार बन गया है न करो तो मुश्किल और करो तो मुश्किल और इसी का परिणाम है कंधार मसले पर की जा रही राजनीतिअक्षत विचारhttps://www.blogger.com/profile/16381420919782121467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7202156119387626311.post-62894666577881215532009-05-07T04:26:00.000-07:002009-05-07T04:26:00.000-07:00आपकी ईमानदार प्रस्तुति ने पूरा मंजर ही मानों जीवंत...आपकी ईमानदार प्रस्तुति ने पूरा मंजर ही मानों जीवंत कर दिया ! बहुत अच्छी प्रस्तुति !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com