Wednesday, April 8, 2009

जूता जूते पर

एक मृदु, सौम्य और तेजस्वी जूते वाले से
एक साधारण जुगाडू, दैनिक अभ्यासी और काम चलाऊ जूते वाले ने पूछा
"एक जूते वाली संस्था ने एक अति विशिष्ट जूते वाले को
जूता विहीन लोगों पर बरसों पहले की गई जूतैमपैजार पर क्यूं दे दी जूते के बल पर क्लीनचिट"
जवाब में मृदु, सौम्य जूते वाले ने जूता बस हिला भर दिया
दैनिक अभ्यासी जूते ने फिर पूछा
तेजस्वी जूता फिर थोड़ा सा हिला
दैनिक अभ्यासी जूता दौड़ने को उद्धत हुआ
सौम्य जूते हे हिलने से भी मना कर दिया
तैश में काम चलाऊ जूता नीची नज़रें कर अतिरिक्त सम्मान देते हुए उछला
संयमित गति से उछलता हुआ तेजस्वी जूते से किनारा कर गर्त में जा गिरा
तेजस्वी जूता मुस्कराया
नेपथ्य से दो अधिकार प्राप्त जूते वाले निकले
साधारण जूते वाले को हाथों से पकड़ ले गये जूतेदार थाने में
वहां और भी थे जूते वाले मौजूद
सभी जूते वाले चैनलों से दिखाया जाने लगा जूता विहीन लोगों को जूता—चलना
जूते वाले याद करने लगे –
पिछले दिनों दुनिया के सबसे मजबूत जूते वाले पर भी
चल पड़ा था एक दमित जूता
पता चला जगह-जगह मौजूद हैं जूते वाले
इसी केस में जूते वालों पर, जूते वाली संस्थाओं द्वारा
जूते धिस जाने पर भी नहीं चलने दिये गये थे जूते

खैर!
तेजस्वी जूते ने देखा दैनिक अभ्यासी जूता कर देगा जूता विहीन लोगों को एक
कुछ ही दिनों में जूता विहीन लोगों को मिलने वाला है एक दिन जूता चलाने का मौका
ऐसे में सारे तेजस्वी, अधिकार प्राप्त, विशिष्ट, मजबूत और प्रभावशाली जूते भी नहीं कर सकेंगे सामना
तेजस्वी जूते ने कर दिया दैनिक अभ्यासी जूते को माफ़
दैनिक अभ्यासी जूता धारण कर रहा है मजबूत जूते का आकार
बहुत से जूते वाले खड़े हो रहे हैं दैनिक अभ्यासी जूते के साथ
जूता विहीन लोग सोच रहे हैं ----
"किस ओर चलाएं जूता !
पांच साल बाद मिल रहा मौका जूता चलाने का

आसपास ही मंडरा रहे हैं चांदी के जूते वाले

5 comments:

शोभित जैन said...

क्या जूता मारा है आपने वाह वाह

संगीता पुरी said...

बढिया रहा ... जूत्‍ता जूत्‍ते पर।

O.L. Menaria said...

आपकी जूते पर जुता कविता बड़ी सटीक है. शब्दों का संयोजन सुन्दर बन पड़ा है . कविता पड़ते टी.वी. के सामान दृश्य उपस्थित हो जाता है. जब पद के मद में शालीनता को ताक पर रख दिया जाता है तब सुसुप्त आक्रोश कभी कभी अभ्यासी जूते के रूप में प्रकट हो सत्ता की मदहोशी में सोये लोगों को जगाने का काम बड़ी सहजता से कर जाता है. आपकी व्यंगात्मक भावाभिव्यक्ति के लिए बधाई.

रंजना said...

sarthak joota vivechan hai aapka..

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया लिखा है।